भोपाल. इंडिया डेटलाइन. मप्र में नेहरूजी की सिगरेट लाने के लिए सरकारी विमान को इंदौर भेजे जाने की खबर को लेकर राजनीतिक क्षेत्र में नई बहस उठ खड़ी हुई है। प्रदेश के मंत्री विश्वास सारंग ने गांधी परिवार से माफी मांगने की मांग की है।
हाल में राजभवन का एक नोट इस बवाल की जड़ है। तत्कालीन राज्यपाल हरिविष्णु पाटस्कर का एक नोट प्रकाश में आया है। राजभवन की साइट पर ये एनिकडोट पूर्व राज्यपाल एच विनायक पाटस्कर के कार्यकाल के दौरान का है। राजभवन की वेबसााइट पर उस समय के राज्यपाल विनायक पाटस्कर ने एनिकडोट में ये दर्ज किया है कि इस देश के पहले पीएम जवाहरलाल नेहरू जब भोपाल आए तो उनके 555 ब्रांड की सिगरेट पीने की आदत थी। इसमें कहा गया था कि नेहरूजी की राजभवन यात्रा के समय उनकी पसंदीदा 555 ब्रांड सिगरेट राजभवन में नहीं थी। नेहरूजी इसे भोजन के बाद पीते हैं। राजभवन ने तत्काल विमान को इसे लेने के लिए भोपाल से इंदौर भेजा जहां यह तैयार रखी गई थी। विश्वास कैलाश सारंग ने कहा कि एक गरीब देश के प्रधानमंत्री के लिए उचित नहीं था। कांग्रेस को इसके लिए माफी मांगनी चाहिए। सारंग ने ट्वीट कर कहा कि गजब हैं नेहरूजी, विलायत से कपड़े धुलवाए, गांधीजी का सरनेम चुराए, लेकिन चरित्र नहीं अपनाए। और तो और, हवाई जहाज से सिगरेट मंगवाए।
नेहरूजी के बारे में इस कथित खुलासे से सोशल मीडिया पर खूब चर्चा चल पड़ी है। कुछ लोग इसे गड़े मुर्दे उखाड़ना बता रहे हैं। सोशल मीडिया पर कुछ लोग बदले में भाजपा नेताओं, जिनमें पूर्व प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी शामिल हैं, पर टिप्पणी कर रहे हैं। कुल मिलाकर कीचड़ उछल रहा है। एक व्यक्ति ने गड़े मुर्दे उखाड़ने की बात पर राहुल गांधी के आपातकाल को लेकर माफी मांगने का जिक्र कर पूछा कि तब गड़े मुर्दों पर राहुल माफी क्यों मांग रहे हैं।